Skip to main content

Posts

Showing posts with the label बढ़ाओ

दूरियां thought by sneh प्रेमचन्द

दूरियाँ इस कदर न बढ़ाओ  कि फिर आना न हो सके पास, टूटी उम्मीदें वहीं से हमारी, जिन्हें समझते थे हम अति खास।।