दीया प्रेम का(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा)) July 13, 2021 प्रेम के दीए में विश्वास की बाती जलाते चलो,राह में गर आये कोई भी कांटा,उसे बड़े जतन से हटाते चलो,बेसहारा हैं जो बंधु, सहारा उनका बनते चलो,ले सकते हो तो लेलो दर्द उधारे लोगों के,आस का दीप जलाते चलो।। Read more