तन की सिलाई मन की बुनाई( thought by Sneh Prem chand) January 17, 2021 तन की सीलाईयों पर मन की ऊंन से मां तूने तो मुझे ही बुन डाला। क्या लिखूं तेरे बारे में,कुछ समझ नहीं आता इस लेखनी को,तूने तो मुझे ही लिख डाला।। एहसासों को ही बुन दिया तूने,नमूना प्रेम भरा ही बना डाला।। Read more