Skip to main content

Posts

Showing posts with the label बेटी

वो बेटी कहलाती है

खुद मझधार में होकर भी जो साहिल का पता बताती है  मेरी दृष्टि में तो वह बेटी कहलाती है

सफलता

सफलता

ज़रूरी है बेटी

हकदार है बेटी Thought by Sneh premchand

मत करना उसे पराई

Thought on beti by sneh premchand

है वो भी प्रेम प्रीत की हकदार

Poem on daughter. ओर नहीं कोई छोर नहीं by snehpremchand