बड़ी होती जाती है बेटी और मां छोटी होती जाती है। वक्त का पहिया घूमता है ऐसे,जिंदगी नए नए चेहरे लगाती है।। बचपन में मां सिखाती है बेटी को, बाद में यही बेटी शिक्षक बन जाती है। पिता से भी अधिक वो मां के करीब आ जाती है।।
बड़ी होती जाती है बेटी और मां छोटी होती जाती है। वक्त का पहिया घूमता है ऐसे,जिंदगी नए नए चेहरे लगाती है।। बचपन में मां सिखाती है बेटी को, बाद में यही बेटी शिक्षक बन जाती है। पिता से भी अधिक वो मां के करीब आ जाती है।।