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प्रयास,प्रेम और चिंता

सबसे सुरक्षित बीमा

*माता पिता का साया सबसे सुरक्षित बीमा है* *बस मधुर वाणी और सम्मान के प्रीमियम भरते रहो* *हज़ारों गलती माफ करने का ग्रेस पीरियड भी दे देते हैं मात पिता* *इनका प्रेम कभी लैप्स नहीं होता,गर हो भी गया तो एक मुलाकात से ही रिवाइव  हो जाता है* *इनके आगे सरेंडर कर दो,कभी किसी ऋण की दरकार नहीं होगी* *किसी भी अल्टरेशन की मात पिता कोई फीस नहीं लेते* *एसबी,मैच्योरिटी और डेथ क्लेम हर रूप में सदा देते ही देते हैं* *आप शादी के बाद भले ही नामांकन इनका हटा देते हो, पर ये अपने दिल और जेब से आपका नाम कभी नहीं हटाते* *मासिक,त्रैमासिक,छमाही या वार्षिक किसी भी समय मिल लो इनसे, जीवन में आनंद आ जाएगा* *जीवन सुरक्षा* का पर्याय हैं ये *जीवन स्नेह* से भर देते हैं मात पिता हमारा बचपन जो *कोमल जीवन* है , इनके साए तले महफूज रहता है।। *जीवन सरल*भी बनाना इनके बाएं हाथ का खेल है।। *जीवन लाभ*चाहिए तो इनकी शरण में रहना *जीवन मधुर *भी इनसे है *जीवन में मंगल*भी इनसे है।। *जीवन अनमोल* है गर परवरिश इनके साए तले हो *जीवन तरंग*से सरोबार रहता है संग इनके *जीवन समृद्धि*से भर जाएगा,मन से सम्मान और स्नेह तो दो *जीव...

बागबान

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कुदरत का पर्याय

शिल्पकार

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कहीं नहीं जाते

कोई और नहीं

जिंदगी की गाड़ी में

नहीं मिलते दोबारा((स्नेहनप्रेमचंद))

सबसे सुरक्षित बीमा

माता पिता का साया सबसे सुरक्षित बीमा है,बस मधुर वाणी और सम्मान के प्रीमियम भरते रहो, हज़ारों गलती माफ करने का ग्रेस पीरियड भी दे देते हैं मात पिता।बोनस के रूप में उनकी दुआएं और आशीर्वाद ताउम्र मिलते हैं,सर्वाइवल बेनिफिट चार या पांच साल में नहीं लम्हा दर लम्हा मिलता है।लॉयल्टी एडिशन तो बेशुमार है।मानो अपना एटीएम ही दे देते हैं मात पिता।परिपक्वता भुगतान में तो वे अपने जीवन की सारी जमापूंजी,सारे हक अधिकार दे देते हैं।जीवन आधार हैं मात पिता,सच्चे मित्र हैं हमारे।जीवन सुरभि हैं वे।हमारे कोमल जीवन जो जमाने की सर्द गर्म से बचा कर रखते हैं।जीवन शांति हैं मात पिता।जीवन का सबसे बड़ा लाभ कहने में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं। हमारे जीवन को सही लक्ष्य तक पहुंचा ना ही उनका जीवन लक्ष्य है। उनका भरसक प्रयास रहता है हमारा जीवन सरल रहे।उनकी जीवन छाया सच में बहुत अनमोल है।।यूं ही तो नहीं कहा गया उनका दूजा कोई विकल्प नहीं।।जब वे हमारा एटीएम हंसते हंसते बन जाते हैं तो फिर हम सहज भाव से उनका आधार कार्ड क्यों नहीं बन सकते???? जाने कितनी ही बार हमारा रिवाइवल करवाते हैं,अपना सब कुछ हमारे आगे सरेंडर कर दे...

अक्षर ज्ञान

नहीं मिलते दोबारा

भरोसे के सीमेंट