ज़रूरी नही सब को सब कुछ मिले, पर वो तो मिले जो जीने के लिए ज़रूरी हो।। ज़रूरी नही हम रोज़ मिले , पर जब भी मिलें ,मुलाकात में जान ज़रूरी है।। ज़रूरी नही संसार की हर सुख सुविधा हमारे पास हो। पर जो जीने के लिए ज़रूरी आधारभूत ज़रूरतें है,जैसे रोटी,कपड़ा,मकान ये होने ज़रूरी हैं। ज़रूरी नही हर कोई बड़े दिल वाला हो, पर हर दिल इतना बड़ा तो हो जिसमें करुणा, ममता,स्नेह ,प्रेम आराम से रहें,ये बहुत बहुत ज़रूरी है।