जन्मदिन दो लोगों का आज जन्मदिन एक है बिटिया एक सखी एक है मेरे घर की रौनक दूजी सदा कान्हा सी दिखी। एक चमक मेरी आँखों में दोनों के होने से आती है इन दो कोमल फूलों से मेरी बगिया महक जाती है। दोनों का अस्तित्व मुझे एक सुकून सा दे जाता है एक से चंचलता मैं सीखू दूजा अनुभव कह जाता है। जीवन की भूल भुलैया में ये दो मेरी राहे हैं दुनिया का रूप मैं देखूं इनसे दोनो ही मेरी निगाहें हैं। कोहिनूर से दो हीरे मेरे जीवन में आए हैं इन दोनो को पाकर ईश्वर हम खुद पर ही इतराए हैं। आज के दिन ईश्वर मेरी इतनी सी दुआ बस सुन लेना तन और मन की खुशी दोनों को सदा ही तुम देना।