Skip to main content

Posts

Showing posts with the label मेरे दिल में

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कुछ लोगों को ईश्वर कितनी फुर्सत में बनाता है दिमाग तो देता ही है अच्छा दिल में भी करुणा भाव जगाता है ब्यूटी विद ब्रेन इस जग में कहीं कहीं नजर आता है कर्म करने की इच्छा बचपन से ही जगाता है इस फेरहिस्त में नाम तेरा मां जाई शीर्ष पर आता है उम्र छोटी पर कर्म बड़े मुझे तो यही समझ में आता है भाग्य नहीं सौभाग्य रहा ये मेरा जो बना तुझ से मां जाई का नाता है आसान नहीं था अंजु बनना तेरी जिंदगी के सफर के हर पड़ाव में कोई न कोई मार्ग अवरोधक आता है पर ना रुकी कभी न थकी कभी मां से यही मिला संस्कार तुझे सच में ऐसे लोगों को ईश्वर फुर्सत में बनाता है

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

कभी कभी

कभी कभी नहीं अक्सर मेरे दिल में ख्याल आता है  अपनों के बिना सच कितना सूना है संसार। कोई राग ना हो कोई द्वेष ना हो,कोई कष्ट ना हो कोई क्लेश ना हो,हो निर्मल मन,न हो अहंकार।। किस बात के मन में मरोड़े, रहना है जब दिन यहां चार। बहुत छोटी है जिंदगी मनभेद के लिए, दूरियों की न चिने हम दीवार।। जाने कब आ जाए शाम जीवन की, सद्भाव ही हों हमारी सोच का आधार।।         स्नेह प्रेमचंद

कभी कभी

कभी कभी(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

कभी कभी

कभी कभी