Poem on himan nature by sneh premchand July 07, 2020 वो कुछ न कहते,कोई बात नहीं। वो तवज्जो न देते,कोई बात नही। वो कोशिश न करते,कोई बात नही। पर ये न कहते कि परेशानी है ही क्या। Read more