तुझ सा कोई रंगरेज नहीं(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा)) April 28, 2022 रंग दे जो सबको प्रेम के रंग से, सच ऐसा तुझ सा कोई रंगरेज नहीं। बड़ा पक्का रंग था री तेरे रंग का, यह सत्य मानने से मुझे गुरेज नहीं।। Read more