Skip to main content

Posts

Showing posts with the label रखने दो

दूरी

Poem on relations दूरियां by snehpremchand

वो दूरी बनाए रखना चाहते हैं              रखने दो।। वो हमें भुलाना चाहते हैं            भुलाने दो।। वो जो जतलाना चाहते हैं            जतलाने दो।। हम फिर भी उनको चाहते रहेंगे           कुछ न कहेंगे।।