*दौड़े आते हैं ये मतवाले हर इतवार* *जैसे पूरे सप्ताह इन्हे रहता हो इंतजार* *अपनी ऊर्जा को सही स्थान पर लगा कर , ये बना लेते हैं जिंदगी खुशगवार* *काबिल ए तारीफ हैं प्रयास इनके, और इनका मधुर व्यवहार* *अपना साध कर लक्ष्य ये, करते हैं कोशिश हर बार* *संकल्प को सिद्धि का ओढ़ा कर दुशाला, सपने कर लेते हैं साकार * स्नेह प्रेमचंद