लेखन भावों का मोहताज January 03, 2022 शब्दों का नहीं लेखन होता है भावों का मोहताज। तेरे लिए भावों का बहता है सागर दिल में,बेशक सुन लेना कभी भी आवाज। ओ मां जाई! तूं कली वो प्रेम पुष्प की, रहा सदा जिस पर हमे नाज।। Read more