कला सत्य है(( विचार स्नेह प्रेम चंद द्वारा)) February 12, 2022 कला सत्य है,शिवम है और सुंदरम भी कविता करने के लिए कविता बनना पड़ता है।समय से परे,देश धर्म जाति और सरहद से परे होती है कला। आपने इसे सार्थक सिद्ध कर दिया।। Read more