स्नेह,ममता,प्रेम,अनुराग,धीरज,विनम्रता,त्याग,सब अचानक ही एक मोड़ पर मिले,सबने सोचा,साथ रहेंगे,मगर कहाँ, आकाश,पाताल सब एक कर डाले,मगर कोई जगह नही ढूंढ पाये जहां साथ रह सकें,हार कर सब एक माँ के पास गए,कह दी मन की बात,माँ ने कहा,मेरे दिल में आ जाओ,सब आराम से,और हमेशा के लिए रहना,युग बीत गए,युग बीत जाएंगे ,पर इन सब का ठिकाना आज भी वहीं है