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Showing posts with the label सांझ सकारे

मेरी आंख के दो तारे

मेरी आंख के दो तारे, रहते हैं जेहन में सांझ सकारे।।

सुख दुख में सदा देते साथ (( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

हों उजियारे

गुजारिश

ओ पालनहारे (thought by Sneh premchand)