ग्यारह thought by sneh premchand August 21, 2020 एक और एक होते हैं गयारह एकता मे बल है,बचपन से सुनते आए हैं। बहुत सही है,ये आज़मा कर देख लो, इकठ्ठे होने से बन जाते एक दूजे के साये हैं।। Read more
लम्हे thought by snehpremchand May 01, 2020 जब हिसाब ए ज़िन्दगी करने लगे तो सबसे खूबसूरत वो लम्हे निकल कर आए, जब सिर पर होते थे मात पिता के अनमोल से साए ।। स्नेहप्रेमचन्द Read more