सुरक्षा संरक्षा और समृद्धि, सीधा सरल निगम का विज्ञान। सुखद वर्तमान, उज्जवल भविष्य की आशा, यही निगम की सच्ची पहचान।। सुरक्षा सहेजे, समस्याओं को समेटे, एलआईसी के ये दो हाथ। सुख हो या फिर दुख की बेला, दोनों में ही सदा देते हैं साथ।। *विश्वास* की अलख जले निरंतर, निगम मानवता को वरदान। *सुरक्षा संरक्षा और समृद्धि* सीधा सरल निगम का विज्ञान।। समाधान हेतु आगमन, संतुष्टि सहित प्रस्थान। इसे ही सार्थक करने हेतु, सतत प्रयासरत हमारा संस्थान।। संतुष्ट ग्राहक,अच्छा बीमा, संतोषप्रद सेवा,सुरक्षा और विश्वास। यही धरोहर है सच्ची निगम की, हो ना इसमें कभी कोई ह्रास।। तूं नहीं, मैं नहीं,इसे संभव कर सकते हैं सबके साझे प्रयास। अहम से वयम, स्व से सर्वे का बजा बिगुल, निगम को बना देते हैं खास।। खास निगम से बड़ी ऊंची आस है, ऊंचे सपनों का निगम कर रहा आह्वान।। * सुरक्षा संरक्षा और समृद्धि* सीधा सरल निगम का विज्ञान। सुखद वर्तमान, उज्जवल भविष्य की आशा, यही निगम की पहचान।। *परिकल्पना प्रतिबद्धता और प्रयास* है...