जन्मदिन की बहुत सारी शुभकामनाएँ प्यारी बहना स्नेहमयी सु मन ज्योतित पावन जीवन अपने भावों को करती सुंदरता से उजागर कम शब्दों में ऐसे लिखती जैसे गागर में सागर चुन चुन कर पिरोती है व्यंजनों की माला माँ और अंजू के लिए कितना कुछ लिख डाला प्रेमसुता हो प्रेम से परिपूर्ण हो कोई कमी नहीं तुम संपूर्ण हो कर सही शब्दों का चयन तुम करती हिंदी को अलंकृत छूकर मन के भाव सभी करती ह्रदय झंकृत तुमको लिखना तुम्हारे लिए लिखना मुझमें ये सामर्थ्य नहीं जो हमारे मन में है उसके लिए कुछ कहने का भी अर्थ नहीं माँ से करती हूँ प्रार्थना यही सुखी स्वस्थ रहो तुम यूँ ही ।