*साहित्य का आदित्य है तूं आर्यवर्त का है अभिमान* सरल,सहज,सुगम,बोधगम्य भावों का सुंदर परिधान और परिचय क्या दूं तेरा??? *तूं हीं राष्ट्र का गौरवगान* *हिंदी माथे की है बिंदी* विश्व पटल पर इसकी पहचान 11 स्वर और 33 व्यंजन इसके, अगणित शब्दों का करते गुणगान *एकता सूत्र में बांधे है हिंदी* *जनकल्याण का करे आह्वान* और अपरिचय क्या दूं तेरा??? *तूं हीं राष्ट्र का गौरव गान* *जन-जन की भाषा है हिंदी* *सागर से गहरी भाव प्रधान* *तेरे अस्तित्व से ही तो हिंदी चमक रहा है हिंदुस्तान* *दिल पर दस्तक,जेहन में बसेरा चित में इसके पक्के निशान* और परिचय क्या दूं तेरा???? *तूं ही राष्ट्र का गौरवगान* *हिंदी कविता की गहरी सरिता हिंदी मनोभावों का सुंदर परिधान* *साहित्य का आदित्य है तूं, आर्यावर्त का है अभियान* और परिचय क्या दूं तेरा?? *तूं ही राष्ट्र का गौरव गान* *सहज,मधुर,भावानुकूल है हिंदी* *अनुराग की मधुर परिपाटी है हिंदी* *सहजता की सौंधी सी माटी है हिंदी* *हृदय तल की गहराई है हिंदी* *सत्यम शिवम सुंदरम की मधुराई है हिंदी* *साहित्य जगत की...