हौले हौले बड़े प्रेम से *लम्हा लम्हा बीत गए कैसे 25 साल* जिंदगी का सफर हो जाता है आसान, गर मिल जाए कोई तुम सा पुर्सान ए हाल।। *मंजिल से प्यारा हो जाता है सफर* गर हो हमसफर तुम सा कमाल। राहें आसान हो गई मेरी जिंदगी की, तुम्हें पाकर सच में, मैं हो गई निहाल।। आगे का सफर भी हो तुझ संग ही पूरा, तुम हो *जवाब* गर मैं हूं सवाल।। सुमन प्रेमचंद