अधिकार thought by snehpremchand April 27, 2020 ज़िन्दगी उस दिन तक अधिकार है जब तक मात पिता इस जग में रहते हैं।उनके जग से जाते ही ज़िन्दगी ज़िम्मेदारी बन जाती है।। स्नेहप्रेमचंद Read more