ये कौन सी मावस आ गई May 30, 2022 ये कौन सी मावस आ गई जो डस गई पूनम के उजियारे। हानि धरा की लाभ गगन का, आती है याद तूं सांझ सकारे।। एक हूक सी उठती है सीने में, जैसे सुलग रहे हों राख के नीचे अंगारे।। उच्चारण से अधिक आचरण में था विश्वाश तेरा, सदा तूने बिगड़े काम सुधारे।। Read more