Poem on human nature.लोग by sneh premchand July 06, 2020 माथा देख कर टीका निकालते हैं लोग। हैसियत देख कर तोहफे दिया करते हैं लोग। जब भी जी चाहे नई दुनिया बस लेते है लोग। एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते है लोग। Read more