अहसास भी वो,इज़हार भी वो, कुदरत भी वो,किरदार भी वो, धरा भी वो,आकाश भी वो, परिवार भी वो,संसार भी वो, शिक्षा भी वो, संस्कार भी वो, रीत भी वो, रिवाज़ भी वो, पर्व भी वो,उल्लास भी वो, गीत भी वो, सरगम भी वो, दिल भी वो, धड़कन भी वो, सरलता भी वो,सहजता भी वो, सुझाव भी वो,समाधान भी वो, वो कोई और नहीं, वो माँ है बन्धु कुटुंब क़बीला भी वो,परिवार भी वो।।