बर्दाश्त June 03, 2020 ज़्यादतियां इतनी भी न हों, की बर्दाश्त से बाहर हो जाएं बेरुखी इतनी भी न हो,की मेलमिलाप की सभी संभावनाएं खत्म हो जाएं।। Snehpremchand Read more