कभी कभी thought by sneh premchand February 19, 2020 कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि हम गौण को मुख्य और मुख्य को गौण क्यों समझते हैं।। Read more
साँझ ढले February 19, 2020 जब जब मैंने साँझ ढले, मन की दहलीज लाँघ, मन की चौखट पर उदासी को, दस्तक देते पाया। ये क्या,ये तो था, मेरी माँ का मधुर सा साया।। स्नेहप्रेमचन्द Read more