यह प्रेमवचन मात्र एक पेज नही है,यह तो मेरे दिवंगत माता पिता को लेखनी के माध्यम से एक भावभीनी चलती रहने वाली श्रधांजलि है।कुछ मधुर अहसासों की ऐसी अभिव्यक्तियाँ है,जो शायद आप सब भी महसूस करते होगें।मेरी कोशिश है ये एक छोटी सी,जिसको पूरा करने में आप सब का सहयोग अपेक्षित है,ये केवल मेरे ही नही हर दिवंगत माता पिता को श्रद्धांजलि है,जो जाने क्या क्या,किन किन हालातों में हमारे लिए कैसे कैसे प्रयास करते हैं।शब्दों में वो ताकत नही,जो माँ बाप की महिमा का कर सकूं बखान। न कोई था,न कोई है,न कोई होगा,मात पिता से बड़ा महान।।