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हमारे वश मे नहीं

अधिकार या ज़िम्मेदारी

यादों की बारात

यादों के झरोखों से अक्सर एक आवाज़ आती है,ये तो माँ की लोरी है,जो बड़े प्रेम से गाती हैंैंैंैंैंैंैंैैंैंैंैंैंैंैंैंैंैंैंैंैंैंैैंैंैंैंैंै

मुबारक मुबारक जन्मदिन मुबारक

धीरे धीरे

जन्मदिन मुबारक हो प्रिय